euq";
ds thou ds ckjs esa
· किसी भी प्रकार की मित्रता के पीछे भी कुछ न कुछ
स्वार्थ जरूर छिपा होता है।
· अपने रहस्यों को किसी पर भी उजागर मत करो। यह आदत
स्वयं के लिए ही घातक सिद्ध होगी।
· जब आपका बच्चा जवानी की दहलीज पर पैर रखें यानी कि
सोलह-सत्रह वर्ष का होने लगे तब आप संभल जाए और उसके साथ एक दोस्त की तरह व्यवहार
करें। यह बहुत जरूरी है।
· बच्चों के साथ हमेशा दोस्ती का व्यवहार करने से वे
आपके सबसे अच्छे दोस्त होते हैं।
·
अपने ईमान और
धर्म बेचकर कर कमाया गया धन अपने किसी काम का नहीं होता। अत: उसका त्याग करें।
आपके लिए यही उत्तम है।
· जो लोग हमेशा दूसरों की बुराई करके खुश होते हो।
ऐसे लोगों से दूर ही रहें। क्योंकि वे कभी भी आपके साथ धोखा कर सकते है। जो किसी
और का ना हुआ वो भला आपका क्या होगा।
· जीवन में पुरानी बातों को भुला देना ही उचित होता
है। अत: अपनी गलत बातों को भुलाकर वर्तमान को सुधारते हुए जीना चाहिए।
·
जीवन काल में
बहुत जरूरी है कि अपने ऊपर आने वाले संकट के लिए कुछ धन हमेशा बचाकर रखें। बुरे
समय में यही आपका रक्षाकवच बनेगा।
· किसी भी व्यक्ति को जरूरत से ज्यादा ईमानदार नहीं
होना चाहिए। बहुत ज्यादा ईमानदार लोगों को ही सबसे ज्यादा कष्ट उठाने पड़ते हैं।
· अगर कोई व्यक्ति कमजोर है तब भी उसे हर समय अपनी
कमजोरी का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए
· जिस दिन
तुम्हारे कारण माँ
- बाप कि आँखों में आँसू आते
है, याद रखना,
उस दिन तुम्मारा किया सारा धर्म
-- आँसू के साथ बह
जाता है !
· चन्दन कट
जाने पर भी
अपनी महक नहीं
छोड़ते. हाथी बुढा
होने पर भी
अपनी लीला नहीं
छोड़ता. गन्ना निचोड़े जाने पर भी
अपनी मिठास नहीं
छोड़ता.
· समझदार इंसान वहीं है जो अपनी
कमजोरियां और गुप्त बातों को गुप्त ही रखता है।
जो लोग अपनी
इन बातों को
दूसरों पर जाहिर कर देते हैं धोखा खाता
है
· पैसों का
नुकसान, मन का
दुख, पत्नी का
चरित्र, नीच मनुष्य की कही हुई
बातें, यदि किसी
ने अपमान किया
हो तो, इन बातों को राज ही
रखना चाहिए।
· अधिकांश स्त्रियां झूठ बोलती हैं,
एकदम से कोई
कार्य कर देती
हैं, नखरे दिखाती हैं, नादान स्वभाव होता है, ज्यादा लालच
करती हैं।
· दया सबसे
बड़ा धर्म है।
· सच्चा इश्क मिलन
में नही, तड़पन में
है।
· स्त्री का ह्रदय पूर्ण नहीं है
वह बटा हुआ
है. जब वह
एक आदमी से
बात करती है
तो दुसरे की
ओर वासना से
देखती है और
मन में तीसरे को चाहती है.
· कोई भी
व्यक्ति दान देकर
कभी गरीब नहीं बना है.
· परदेश में
विद्या मित्र है।
विपत्ति में धैर्य मित्र है। घर
में पत्नी मित्र है। रोगी का
मित्र वैद्य है
· सही मार्ग पर चलना 'यात्रा' है और
बिना लक्ष्य के
ग़लत राह पर
चलना 'भटकना' है।
· इनके साथ
बहुत सावधानी से
पेश आये..1. अग्नि, 2.
पानी, 3. औरत, 4. मुर्ख, 5. साप, 6. राज परिवार के सदस्य. एक झटके
में मौत तक
पंहुचा सकते है
· यदि आप
सच कहते हैं,
तो आपको कुछ
याद रखने की
जरूरत नहीं रहती.
· क्रोध ऐसी
आँधी है जो
विवेक को नष्ट कर
देती है|
· सत्य से
बड़ा तो इश्वर भी नहीं !
· तपस्या धर्म
का पहला और
आखिरी कदम है
· सबसे उत्तम तीर्थ अपना मन
है जो विशेष रूप से शुद्ध किया हुआ हो
· समय महान
चिकित्सक है। समय
किसी की प्रतीक्षा नही करता।
· एक गुण
समस्त दोषो को
ढक लेता है।
· मुस्कान प्रेम की भाषा है
· अहंकार छोडे
बिना सच्चा प्रेम नही किया जा
सकता।
· प्रसन्न करने
का उपाय है,
स्वयं प्रसन्न रहना।
· कोयल का
रूप उसका स्वर
है। पतिव्रता होना
ही स्त्रियों की
सुन्दरता है
· समान स्तर
वालों से मित्रता शोभा देती है
· सोने में
सुगन्ध, गन्ने में
फल और चन्दन में फूल नहीं
होते। विद्वान धनी
नहीं होता और
राजा दीर्घजीवी नहीं
होते।
· जिसके पास
धन है, उसके अनेक
मित्र, भाई बन्धु और रिश्तेदार होते
हैं।
· दुष्टों तथा
काँटों को या
तो जूतों से
कुचल दो या
उनके रास्ते से
ही हट जाओ।
· दुष्ट के
सारे शरीर में
विष होता है।
· पिता का
सबसे बड़ा कर्तव्य है कि पुत्र को अच्छी से
अच्छी शिक्षा दे।
· माँ से
बढ़कर कोई देवता नहीं है।
· एक गुणवान पुत्र सैंकड़ों मूर्ख पुत्रों से अच्छा है। एक ही
चन्द्रमा अन्धकार को
नष्ट कर देता
है, किन्तु हजारों तारे ऐसा नहीं
कर सकते।
· लक्ष्मी, प्राण, जीवन, शरीर सब
कुछ चलायमान है।
केवल धर्म ही
स्थिर है।
· जिसके घर
में माता न
हो और स्त्री व्यभिचारिणी हो, उसे वन
में चले जाना
चाहिए, क्योंकि उसके
लिए घर और
वन दोनों समान
ही हैं
· दुष्ट पत्नी, शठ मित्र, उत्तर देनेवाला सेवक तथा सांपवाले घर में रहना, ये मृत्यु के कारण हैं।
इसमें सन्देह नहीं
करना चाहिए।
· जहां सम्मान न हो, जहां कोई
आजीविका न मिले, जहां अपना
कोई भाई-बन्धु न रहता हो
और जहां विद्या-अध्ययन सम्भव न
हो, ऐसे स्थान पर नहीं रहना
चाहिए
· भारत में
हम बस मौत,
बीमारी , आतंकवाद और
अपराध के बारे
में पढ़ते हैं
· काटो से
और दुष्ट लोगो
से बचने के
दो उपाय है.
पैर में जुते
पहनो और उन्हें इतना शर्मसार करो
की वो अपना
सर उठा ना
सके और आपसे
दूर रहे.
· परदेश में
विद्या मित्र है।
विपत्ति में धैर्य मित्र है। घर
में पत्नी मित्र है। रोगी का
मित्र वैद्य है
· चाहे मन्दिर तोड़ दो, मस्जिद तोड़
दो, गिरजाघर तोड़
दो, पर प्यार की इमारत न
तोडो। यह खास
खुदा का घर
है।
· हमारे जीवन
का मुख्य उद्देश्य है दूसरों की
मदद करना | और अगर
आप किसी की
मदद नहीं कर
सकते तो कम
से कम उन्हें नुकसान मत पहुंचाएं |
· खुशी अपने
आप बनायीं हुई
नहीं मिलती है
| यह अपने खुद
के कार्यों से
आती है|
· पानी पर
तेल, एक कमीने आदमी को बताया हुआ राज, एक बुद्धिमान व्यक्ति को पढाया हुआ शास्त्रों का
ज्ञान अपने स्वभाव के कारण तेजी
से फैलते है.
· आप दौलत,
मित्र, पत्नी और
राज्य गवाकर वापस
पा सकते है
लेकिन यदि आप
अपनी काया गवा
देते है तो
वापस नहीं मिलेगी.
· न जाने
वो दिन कब
आएगा, वो भी
दिन आएगा, सपने पुरे
होगे !झूठ तो
ज़िन्दगी कि तरह
चुप जाता है,
सच को ही
चोट लगती है
!
· सपने पुरे
करने है तो
यादो को छोड़ना होगा, क्योकि यादे
अक्सर इंसान को
पीछे खिचती है,
यानी यादे वापस
बुलाती है,
· गधे से
ये तीन बाते
सीखे. १. अपना बोझा ढोना
ना छोड़े. २. सर्दी गर्मी की
चिंता ना करे.
३. सदा संतुष्ट रहे.
· एक अनपढ़
आदमी की जिंदगी किसी कुत्ते की
पूछ की तरह
बेकार है. उससे ना
उसकी इज्जत ही
ढकती है और
ना ही कीड़े मक्खियों को भागने के काम आती
है.
· ब्राह्मण अच्छे भोजन
से तृप्त होते है.
मोर मेघ गर्जना से. साधू दुसरो की सम्पन्नता देखकर और दुष्ट दुसरो की विपदा देखकर.
· व्यक्ति नीचे
दी हुए ३
चीजो से संतुष्ट रहे... 1. खुदकी पत्नी, 2. वह भोजन
जो विधाता ने
प्रदान किया. 3. उतना धन जितना इमानदारी से मिल
गया
· साप के
दंश में विष
होता है.कीड़े
के मुह में
विष होता है
बिच्छू के डंख
में विष होता
है.लेकिन दुष्ट व्यक्ति तो पूर्ण रूप से विष
से भरा होता
है
· जो स्त्री अपने पति की
सम्मति के बिना
व्रत रखती है
और उपवास करती
है, वह उसकी
आयु घटाती है
और खुद नरक
में जाती है
· ये आठो
कभी दुसरो का
दुःख नहीं समझ
सकते ... 1. राजा, 2. वेश्या, 3. यमराज, 4. अग्नि, 5. चोर, 6. छोटा बच्चा, 7. भिखारी और 8. कर वसूल
करने वाला.
· दुहले को
घोड़ी पर क्यों बैठाते है? क्योकि उसको
आख़री मोका दिया
जाता है कि
आज जितना भागना है भाग ले
वरना शादी करके
जिन्दगी भर पिछ्तायेगा
· सामने हो
मंजिल तो रास्ता ना मोड़ना, जो मन
में है वो
ख्वाब ना तोड़ना,हर कदम पे
कामयाबी मिलेगी आपको,
बस सितारे सुने
के लिए कभी
जमीन ना छोड़ना
· ना गुजरना ईद के दिन
मंजीद के पास
से, कही लोग
चाँद समझकर रोजा
ना तोड़ दे, होकर खफा कही
खुदा तुमसे, चाँद जेसा
चेहरा बनाना छोड़
दे !
· हर जलते
दीप तले अँधेरा होता है, हर रात
के पीछे एक
सवेरा होता है,
लोग डर जाते
है मुसीबत को
देखकर, हर मुसीबत के पीछे सुख
का सवेरा होता
है !
· जीवन बीमा
वाले भी कितनी बेशर्मी से पेश
आते है ? पति की
मोत से क्या
फायदे होंगे, घंटो बैठकर उसकी पत्नी को
समझते है
· मां को
अपने बेटे को आदमी
बनाने में बीस
बरस लगते हैं
और एक अन्य
महिला उसे बीस
मिनट में बेवकूफ बना देती है
· एक मोमबत्ती के अन्दर का
धागा बोला,मैं
जलता हूँ तो
तू क्यों पिघलती हैमोमबत्ती बोली,जिसको दिल में जगह
दी वो जबबिछड़ता हैतो आसूं निकल
ही आते है
· एक पुलिस इंस्पेक्टर के घर
चोरी हो रही
थी। पत्नी- उठो जी
हमारे घर में
चोरी हो रही
है। इंस्पेक्टर- मुझे सोने
दो मैं इस
समय ड्यूटी पर
नही हूं।
· आज की
दुनिया मैं वो
ही सफल होता
हैं जिसके पास
रुपया होता हैं
सभी उसके आगे
पीछे मंडराते हैं
और उसके रुपया ख़तम होते ही
वो उससे मुहं
फेर लेते
· कोन देता है
उम्र भर का
साथ यहाँ, लोग तो
जनाजे में भी
कंधे बदलते रहते
है!
· प्यार में
कभी sorry नहीं कहा जा सकता है, ना ही
थेंक्यु बोला जाता
है!
· “सुख” तुम्हे उतना
ही मिलेगा जितना तुमने पुण्य किया
होगा … लेकिन “शांति” तुम्हे उतनी
ही मिलेगी . . . . . “जितनी घरवाली चाहेगी
· रमेश (डॉक्टर से)-
कोई लंबी उम्र
का तरीका बताइये। डॉक्टर- शादी कर
लो। रमेश- क्या इससे
उम्र लंबी हो
जाएगी। डॉक्टर- नही, ये शौक
खत्म हो जाएगा!!
· सबसे आगे
निकलने वाला व्यक्ति सामान्यतया वह होता
है जो कर्म
और दुस्साहस के
लिए इच्छुक रहता
है
· आप अपनी
सोच बदल दीजिए, आपकी दुनिया बदल
जाएगी !
· मानवता कि
सेवा करने वाले
हाथ उतने ही
पवित्र होते है
जितने ईशवर प्रार्थना करने वाले होठ
!
· अवगुण नाव
की पेदी में
छेद के समान
है, जो चाहे
छोटा हो या
बड़ा, एक दिन
उसे डूबो देगा !
· वास्तव में
ईशवर उसी के
साथ है, जो निन्दा से बचते है
दुसरो के साथ
नेकी करते है
!
· मनुष्य अपनी
द्रष्टिकोण में परिवर्तन कर, अपने जीवन
को बदल सकता
है
· जो वक्त
को बर्बाद करते
है, वक्त उसे
बर्बाद कर देता
है
· इस संसार को जीत लेने
वाला पुरूष उस
शक्ति के आगे
ऐसे पिघल जाता
है, जैसे आग
के सामने मोम
! वह शक्ति - नारी की
जवानी और उसकी
सुन्दरता !
· ओरत कितनी भी बड़ी हो
जाए, किन्तु वह
अपने को सदा
सुन्दर और जवान
ही समझती रहती
है वह सदा
जवान रहे ताकि
पुरूष उसके पीछे
- पीछे घूमता रहे
· ओरत के
चहरे की सुन्दरता और उसके शरीर
की बनावट पर
ही तो पुरूष मरता
है, एक ओरत
के साथ रहते
हुए भी किसी
दूसरी ओरत को
बुरी नजरो से
देखता है !
· इस दुनिया में अधिकतर युद्ध दुर्घटनाएँ केवल नारी
के ही कारण
हुई है इसलिए बुद्धिजीवी को यही
सलाह दी जाती
है कि ओरत
के इस माया
जाल से दूर
रहे
· जो पागल
यह समझते है
कि सुन्दर लडकी
उनके प्यार के
जाल में फंस
गई है,ऐसे
लोग प्रेम जाल
में अंधे होकर
बन्दर की भांति उनके इशारो पर
नाचा करते है
· लड़की यदि
अच्छे खानदान की
हो भले ही
सुन्दर न हो तो भी
शादी उसी से
करनी चाहिए, शादी वही
पर करे जो
लोग अपने बराबर के हो !
· नारी और
धन दोनो कभी
भी धोखा दे
सकते है, इन दोनो
के बारे में
सदा होशियार रहे
· व्यक्ति अकेले पैदा होता है
और अकेले मर
जाता है;और
वो अपने अच्छे और बुरे कर्मों का फल खुद
ही भुगतता है;
और वह अकेले ही नर्क या
स्वर्ग जाता है
· जैसे ही
भय आपके करीब
आये , उस पर
आक्रमण कर उसे
नष्ट कर दीजिये
· सबसे बड़ा
गुरु मन्त्र है
: कभी भी अपने
राज़ दूसरों को मत बताएं. ये आपको बर्वाद कर देगा.
· वेश्याएं निर्धनों के
साथ नहीं रहतीं ,नागरिक दुर्बलों की
संगती में नहीं
रहते , और पक्षी उस पेड़ पर
घोंसला नहीं बनाते जिसपे फल ना
हों.
· जो सबका
मित्र होता है
वो किसी का
मित्र नहीं होता
है
· मित्रता दो
शरीरों में रहने
वाली एक आत्मा है.
· व्यक्ति को
कभी अपने मन
का भेद नहीं
खोलना चाहिए, उसे जो कार्य करना
है, उसे मन में
रखे और पूरी
तन्मयता के साथ
समय आने पर
उसे पूरा करना
चाहिए
· धनवान को
मित्र अपने आप
ही मिल जाते
है,धन मित्रता को जन्म देता
है धन के
सब रिश्तेदार है,जिसके पास
धन है वही
सच्चा और इज्जतदार आदमी मन जाताहै
· दान पुण्य की आदत, ब्राहमण की
सेवा, मीठे बोल
बोलना, भागवान की
पूजा! जिस प्राणी में यह सब
गुण हो तो
वह देवता का
रूप होता है
!
· हाथी से
देखकर हजार हाथ
दूर रहो, घोड़े से
सो हाथ दूर
रहो, सींग वाले
पशु से दश
हाथ दूर रहो,
बुरे आदमी से
हमेशा दूर रहो
· बुरे आदमी
को देख कर
आप उस शहर
को छोड़ दो,
बुरा आदमी सदा
नुकशान पहुचता है,
उसमे भले की
आशा न रखे
· कुवारी कन्या और बालक भागवान का रूप है,
आग, ब्रामहन, गुरु, कुवारी कन्या, बालक , वृद्धा, को कभी
भी पाव से
नहीं छूना चाहिए ! यह सब पूज्य होते है आग
को पाव चुने
से पाव जल
जाता है
· कोई भी
व्यक्ति इतना धनवान नहीं कि अपना
भूत खरीद सके.
· जो व्यक्ति अपने बारे में
नही सोचता , वो सोचता ही नहीं है.
· सच्चे दोस्त सामने से छुरा
भोंकते हैं.
· नफरत अंधी
होती है, और प्यार भी.
· एक आदमी
किसी भी औरत
के साथ खुश
रह सकता है,
जब तक कि वो
उससे प्यार ना
करे.
· जिसके पास
धैर्य है वह
जो चाहे वो
पा सकता है
· ईश्वर उसकी
मदद करता है
जो खुद अपनी
मदद करता है
· थकान सबसे
अच्छी तकिया है
· लेनदारों की यादाश्त देनदारों से अछि
होती है.
· निश्चितरूप से इस दुनिया में कुछ भी
निश्चित नहीं है
सिवाय मौत और
करों के.
· तैयारी करने में
फेल होने का
अर्थ है फेल
होने के लिए
तैयारी करना.
· छोटे-छोटे
खर्चों से सावधान रहिये . एक छोटा
सा छेद बड़े
से जहाज़ को
डूबा सकता है.
· मित्र बनाने में धीमे रहिये और बदलने में
और भी....... धीमे रहिये.
· बीस साल
की उम्र में
इंसान अपनी इच्छा से चलता है,तीस में
बुद्धि से और
चालीस में अपने
अनुमान से.
· एक मकान
तब तक घर
नहीं बन सकता
जब तक उसमे
दिमाग और शरीर
दोनों के लिए
भोजन और भभक
ना हो.
· हर जीवन
का लक्ष्य मृत्यु है.
· अगर तुम
नहीं कर सकते
हो तो छोड़
दो
· ज्यादातर लोग वास्तव में स्वतंत्रता नहीं चाहते,क्योंकि स्वतंत्रता के
साथ जिम्मेदारी आ
जाती है, और ज्यादातर लोग जिम्मेदारी से
डरते हैं.
· एक प्रश्न जिसका उत्तर कभी नहीं
दिया है और
स्त्रियों पर अपने
20 वर्षों के शोध
के बावजूद जिसका उत्तर मैं नहीं दे
पाया हूँ एक
औरत क्या चाहती है?
· संतुलित दिमाग से जैसी कोई
सादगी नहीं है,
संतोष जैसा कोई
सुख नहीं है,
लोभ जैसी कोई
बीमारी नहीं है,और दया
जैसा कोई पुण्य नहीं है
· सेवक को
तब परखें जब
वह काम ना
कर रहा हो,
रिश्तेदार को किसी
कठिनाई में , मित्र को
संकट में , और पत्नी को घोर विपत्ति में !
· जब आप
किसी काम की
शुरुआत करें , तो असफलता से मत डरें
और उस काम
को ना छोड़ें. जो लोग इमानदारी से काम करते
हैं वो सबसे
प्रसन्न होते हैं
· अपमानित होके
जीने से अच्छा मरना है. मृत्यु तो
बस एक क्षण
का दुःख देती
है, लेकिन अपमान हर दिन जीवन
में दुःख लाता
है!
· दुनिए की
सबसे बड़ी शक्ति नौजवानी और औरत
की सुन्दरता है
· जिस प्रकार एक सूखे पेड़
को अगर आग
लगा दी जाये
तो वह पूरा
जंगल जला देता
है, उसी प्रकार एक पापी पुत्र पुरे परिवार को
बर्वाद कर देता
है
· किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए
किताबें उतनी ही
उपयोगी हैं जितना कि एक अंधे
व्यक्ति के लिए
आईना.
· शिक्षा सबसे
अच्छी मित्र है.एक शिक्षित व्यक्ति हर जगह
सम्मान पkता है
· माँ की
दुआ खाली नही
जाती , उसकी बद्दुआ टाली नही जाती
, बर्तन मांज कर
भी माँ 3- 4 बच्चे पाल
लेती है , लेकिन 3-4 बच्चो से
1 माँ पाली नहीं
जाती.
· प्यार की पहली नज़र को हर किसी ने अनुभव किया होगा, आपके साथी, - आपसे
मिलने के लिए वक्त से पहले पहुंचना और घंटो इंतजार करना प्रेम रूपी तपस्या का ही
एक हिस्सा होता है।
§ मनुष्य को इस संसार में रहकर कुछ न कुछ करते रहना चाहिए, यहाँ माया जाल रुपी दुनिया है, इसलिए अपने आपको पापो से बचाने के लिए, भगवान कि पूजा करनी चाहिए, यदि ऐसा नहीं कर सकते, तो नारी से प्रेम करना चाहिए ! केवल प्रेम और योनांगो के आनन्द में एक लम्बा फासला होता है, यदि ओरत का आनन्द लेना चाहते है, तो प्यार करना सीखो !
§ नारी पुरूष की अपेक्षा कही अधिक कोमल होती है, किन्तु पुरूष से अधिक भोजन करती है ! इसी कारण उसमे वाशना की आग पुरूष से अधिक होती है ! नारी फल भी है, और पत्थर भी !
§ राजा की पत्नी, गुरू की पत्नी, और सास, यह तीनो माता के समान होती है, इसलिये इनको बुरी नजर से नहीं देखना चाहिए ! इनका माँ के समान आदर कारण चाहिये ! ऐसा न करने वाले महापानी कलंकी होते है ! उन लोगो की छाया से भी बचना चाहिए !
§ जो ओरत दूसरो से प्यार करती है ! दूसरो की और देखती है, उस ओरत का प्यार कभी भी धोखा दे सकता है, ऐसे ओरत से सदा दूर रहना चाहिये ! क्योकि वे किसी एक की होकर नहीं रह सकती !
§
स्त्री न तो दान देकर और न ही तीर्थ यात्रा करके पवित्र हो सकती है ! पाप करने से पूर्व उन्हें यह सोच लेना चाहिए कि यह कभी भी नहीं धुलता ! नारी जब भी कभी स्वर्ग की आशा करती है तो उसे ये सोच लेना चाहिए कि उसका यह यह स्वर्ग केवल पति की सेवा से ही प्राप्त हो सकता है !
§ वह नारी उत्तम मानी जाती है जो पवित्र हो, चालक हो, पतिव्रता हो, जो अपने पति से प्रेम करती हो, ऐसे गुणों वाली ओरत जिस घर में भी होगी, वो घर सदा सुख के झूलो में झूलेगा ! उस घर में खुशियाँ ही खुशियाँ होगी ! उसी घर का भाग्यशाली घर कहा जा सकता है !
§
इस संसार को जीत लेने वाला पुरूष उस शक्ति के आगे ऐसे पिघल जाता है, जैसे आग के सामने मोम ! वह शक्ति - नारी की जवानी और उसकी सुन्दरता !
§
ओरत कितनी भी बड़ी हो जाए, किन्तु वह अपने को सदा सुन्दर और जवान ही समझती रहती है, उसकी यही इच्छा होती है कि वह सदा जवान रहे ताकि पुरूष उसके पीछे - पीछे घूमता रहे !
§
ओरत के चहरे की सुन्दरता और उसके शरीर की बनावट पर ही तो पुरूष मरता है, यही कारण है कि वह एक ओरत के साथ रहते हुए भी किसी दूसरी ओरत को बुरी नजरो से देखता है !
§
इस दुनिया में अधिकतर युद्ध, दुर्घटनाएँ केवल नारी के ही कारण हुई है, इसलिए बुद्धिजीवी को यही सलाह दी जाती है कि ये ओरत के इस माया जाल से दूर रहे !
§
No comments:
Post a Comment