Saturday, 28 December 2013

Samanaygyan

■भारतीय रेल एशिया का पहले नंबर का और विश्व के दूसरे नंबर का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। ■भारत में पहली बार 16 अप्रैल 1853 को बाम्बे से थाने तक यात्री रेलगाड़ी चली थी जिसने कुल 21 मील की दूरी तय की थी। पहली बार चलने वाली इस रेलगाड़ी में 14 डिब्बे थे जिनमें लगभग 400 सवारियाँ थीं। ■हावड़ा स्टेशन में 15 अगस्त 1854 में पहली बार यात्री रेलगाड़ी चली जिसने हावड़ा से हुगली तक २४ कि.मी. की दूरी तय की थी। ■दक्षिण भारत में पहली बार 1 जुलाई 1856 को मद्रास रेलवे कंपनी के द्वारा रेलगाड़ी चलाई गई। ■भारतीय रेल के द्वारा प्रतिदिन लगभग 11000 रेलगाड़ियाँ, जिनमें से लगभग 7000 रेलगाड़ियाँ यात्री रेलगाड़ी होती हैं, चलाई जाती हैं। ■पहला रेलवे पुल – डैपूरी वायाडक्ट (मुंबई-ठाणे रूट पर) ■पहली रेलवे सुरंग – पारसिक टनल ■ट्रेन में टॉयलेट सुविधा कब शुरू हुई – फर्स्ट क्लास (1891), लोअर क्लास (1907) ■पहली अंडरग्राउंड रेलवे – कलकत्ता मेट्रो ■पहला कंप्यूटरीकृत रेलवे रिज़र्वेशन सिस्टम शुरू हुआ – नई दिल्ली (1986) ■पहली इलैक्ट्रिक ट्रेन – 3 फरवरी 1925 को बॉम्बे वीटी और कुर्ला के बीच ■सबसे छोटे नाम वाला स्टेशन – आईबी (उड़ीसा) ■सबसे बड़े नाम वाला स्टेशन – श्री वेंकटानरसिम्हाराजूवरियापेटा (तमिलनाडु) ■व्यस्तम रेलवे स्टेशन – लखनऊ ■सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन – डिब्रूगढ़ और कन्याकुमारी स्टेशनों के बीच चलने वाली विवेक एक्सप्रेस ■सबसे छोटी दूरी वाला रूट – नागपुर से अजनी (3 किलोमीटर) ■बिना स्टॉप सबसे लंबी दूरी वाली ट्रेन – त्रिवेंद्रम राजधानी (528 किलोमीटर, 6.5 घंटे में) ■सबसे लंबा रेलवे पुल – सोन नदी पर बना नेहरू सेतु (100,44 फीट) ■सबसे लंबा प्लेटफॉर्म – गोरखपुर ■सबसे लंबी रेलवे सुरंग – कोंकण रेल लाइन पर कारबुडे सुरंग (6.5 किलोमीटर) ■सबसे पुराना चालू इंजन – फेयरी क्वीन (1855) ■सबसे तेज़ ट्रेन – भोपाल शताब्दी (140 किलोमीटर प्रति घंटा) ■भारत में स्टीम इंजनों का निर्माण 1972 के बाद बंद हुआ

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