Computer
क्या है
Computer
मानव द्वारा बनाया एक अत्यंत
उपयोगी एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन
है. Computer में हमारे दैनिक
जीवन को काफी प्रभावित किया है, चाहे घर हो या स्कूल, कॉलेज, ऑफिस , हॉस्पिटल, बैंक
एवं डिजाइन संस्थान, इत्यादि प्रत्येक क्षेत्र में हम इसकी
उपस्थिति का अनुभव कर सकते
हैं.
एक Computer
मूल रूप से एक प्रोग्राम की जा सकने वाली
कंप्यूटिंग मशीन है. पहले Computer का उपयोग
जटिल घटनाओं के लिए
होता था और इसका
इस्तेमाल केवल वैज्ञानिक एवं
इंजीनियर ही इस्तेमाल कर सकते
थे. यह काफी महंगे होते
थे अतः कुछ बड़े
संस्थान ही इन्हें खरीद
सकते थे.
Computer
शब्द की उत्पत्ति Compute शब्द
से हुई है जिसका
मतलब है गणना करना.
Computer को आमतौर पर एक गणना
करने वाली डिवाइस माना
गया है जो बहुत
तेजी से ऐरीथमैटिक ऑपरेशंस को पूरा कर सकती
है.
Computer
के प्रकार
Computer
दो प्रकार के होते
हैं
1. एनालॉग Computer
2. डिजिटल Computer
एनालॉग Computer :- यह ऐसी सूचनाओं को Handle करते हैं जो प्राकृतिक की होती है जैसे
तापमान, दबाव आदि. ये एनालॉग
या समकक्ष भौतिक मानो
को मापने पर आधारित
होती है.
डिजिटल
Computer :- यह एसी सूचनाओ को प्रोसेस करते हैं जो अनिवार्य रूप से Binary याtwo State
Form में होती है. जैसे ‘0’ और ‘1’ . जब हम Computer
की बात करते हैं
तो हम आम तौर
पर डिजिटल प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की ओर इशारा
करते हैं. डिजिटल Computer माइक्रो
Computer मिनी, Computer मेनफ्रेम एवं सुपर
Computer के इसी के अन्दर
आते हैं.
Computer
की विशेषताएं
1. सूचनाओं को
Store करना एवं गणना
करने की तीव्र
गति
2. सूचना को
ग्रहण करने एवं
उनके भविष्य के
उपयोग के लिए
Store करके रखने की
क्षमता
3. Education
के लिए अलग
अलग निर्देशों को
ग्रहण करने की
क्षमता.
4. अपने आंतरिक
नियंत्रण अथवा कुछ
बाहरी गतिविधियों के
नियंत्रण के लिए
जाने वाले निर्णयों
के लिए सरल
लॉजिकल नियमों को
उपयोग करने की
क्षमता
5. अन्य Computer सिस्टम
से Communicate करने
की क्षमता
6. गणनाओं को
करने के बाद
उनका तीव्रता से
एवं सही तरीके
से विश्लेषण करना.
एक Computer की संरचना
1. CPU
(सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट)
2. इनपुट यूनिट
3. आउटपुट यूनिट
4. स्टोरेज डिवाइस
5. कम्युनिकेशन इंटरफेस
CPU
Computer
का एक मस्तिष्क होता
है. अन्य भाग CPU के साथ
डाटा ट्रांसफर करने
एवं संपर्क स्थापित करने
के लिए इस्तेमाल किए
जाते हैं. इसमें मेन
मेमोरी कंट्रोल यूनिट एवं
ऐरीथमैटिक लॉजिक यूनिट होते
हैं.
इनपुट करना
इसका
अर्थ है यूजर द्वारा
किसी एक इनपुट डिवाइस
जैसे Keyboard का उपयोग करके डाटा
को Computer में एंट्री करने
की प्रक्रिया इनपुट
है.
स्टोर करना
इसका
अर्थ है डाटा एवं
निर्देशों को Computer की मुख्य
मेमोरी के में रोके
रखना जिससे उनका परिचालन हो सके
प्रोसेस करना
इसका
अर्थ है Computer में
एंटर किए गए डेटा
का परिचालन करना अथवा
उन पर ऐरीथमैटिक मैटिक
एवं लॉजिकल दोनों तरह
के ऑपरेशन करना जिससे
हम एंटर किए गए डेटा
में से उपयोगी सूचना
बाहर निकाल सके.
आउटपुट भेजना
इसका
अर्थ है यूजर को स्क्रीन मॉनिटर अथवा पेपर पर सुचना
एवं अथवा
रिजल्ट दिखाए जाने की प्रक्रिया.
कंट्रोल करना
इसका
अर्थ है उपरोक्त सभी
प्रक्रियाओं को समन्वित तरीके
से निर्देशित करना
यह कंट्रोलिंग प्रक्रिया
CPU के अंदर स्थित कंट्रोल यूनिट द्वारा की जाती
है.
Hardware
Computer
के भौतिक भागों को हार्डवेयर कहा जाता है.
यह भौतिक भाग इलेक्ट्रॉनिक,
इलेक्ट्रिकल, मैग्नेटिक, मैकेनिकल अथवा
ऑप्टिकल कुछ भी हो सकते
हैं ऐसे कुछ भाग
हैं माइक्रोप्रोसेसर,
इंटीग्रेटेड
सर्किट, हार्ड
डिस्क, ऑप्टिकल
डिस्क, कलर
मॉनिटर, Keyboard ,प्रिंटर
एवं
प्लॉटर आदि.
Computer Input Device
इनपुट
डिवाइस द्वारा डाटा एवं
निर्देशों को Computer में
एंटर किया जाता है. आमतौर
पर इस्तेमाल होने
वाली इनपुट डिवाइस Keyboard है. कुछ
अन्य इनपुट डिवाइसिस भी विकसित
की गई है. जिनमें टाइपिंग की आवश्यकता नहीं
होती है. ये है: माउस,
जोस्टिक, ट्रैकबॉल,
लाइट
पेन, ग्राफिक
टैबलेट, टच
स्क्रीन आदि
है.
Computer
Output Device
आउटपुट
डिवाइस इसका प्रयोग Computer में
स्टोर की गई सूचनाओं अथवा किसी भी प्रोसेसिंग के रजल्ट को बाहरी
विषय तक पहुंचाने के लिए
किया जाता है. सबसे अधिक
इस्तेमाल होने वाले आउटपुट
डिवाइस है वीडियो मॉनीटर एवं प्रिंटर .
प्रिंटर कागज पर प्रिंटेड रिकॉर्ड प्रदान करते हैं. जिन्हें स्थाई रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है.
सेंट्रल प्रोसेसिंग
यूनिट
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) का मुख्य
कार्य निर्देशों अथवा
प्रोग्रामों को Excute करना
है. इसके अलावा प्रोसेसिंग
यूनिट अन्य सभी भागों
से मेमोरी इनपुट एवं
आउटपुट डिवाइस के कार्यों को कंट्रोल करती है. बड़ी
प्रोसेसिंग यूनिट का प्रत्येक प्रोसेसर इसे दिया गया
निश्चित कार्य ही करता
है.
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के मुख्य
भाग हैं
1.
प्राइमरी अथवा मेन मेमोरी
2.
ऐरीथमैटिक एवं लॉजिक यूनिट (ALU)
3. कंट्रोल यूनिट (CU)
मेमोरी
मेमोरी
एक Computer सिस्टम का आवश्यक
भाग है Computer सिस्टम
को इसकी आवश्यकता डेटा
और निर्देशों को स्टोर
करने के लिए होती
है. मेमोरी दो प्रकार की होती
है
1. सेकेंडरी मेमोरी
वह मेमोरी जो
सीपीयू से बाहर
होती है.
2. प्राइमरी मेमोरी
या मेन मेमोरी
वह मेमोरी जो
सीपीयू से सीधे
तौर पर जुड़ी
होती है अथवा
कुछ PC में
सीपीयू का ही
एक हिस्सा होती
है
Computer
का PC सिस्टम
Computer
का PC सिस्टम के अलग भाग
है
1. फ्रंट पैनल
2. रियल पैनल
3. सिस्टम यूनिट
के अन्दर
Front Panel
Power
स्विच:- प्रत्येक मॉडल
के अनुसार यह स्विच
या तो सिस्टम यूनिट
के आगे या साइड
में स्थित होता है और इसका
प्रयोग सिस्टम को ऑन या ऑफ करने
के लिए किया जाता
है.
Reset
बटन:- यह एक प्रेस
स्विच है जिसे, बिना मेन
पावर सप्लाई ऑफ किए, Pc को रीस्टार्ट करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. आप Pc को रिस्टार्ट करेंगे यह मेमोरी में
तो सभी सूचना को खो देगा.
Turbo
स्विच:- यदि आप एक ऐसा Pc इस्तेमाल कर रहे हैं जिसमें
दो अलग-अलग ऑपरेशन
स्पीड है तो आपको Pc के आगे
की तरफ एक तरफ
स्विच मिलेगा यह स्विच
स्पीड को धीमी से तेज
या तेज से धीमी
गति में बदलता है इसलिए
इसका नाम टर्बो स्विच
रखा गया है.
Indicator
लाइट:- Computer यूनिट में PC की वर्किंग को दर्शाने के लिए
रंगीन लाइट हो सकती
है. ये लाइट जब जलती
है जब डाटा को कॉपी
या हार्ड डिस्क पर रिकॉर्ड किया जाता है या उसमें
पढ़ा जाता है.
Floppy
ड्राइव:- आपके
पीसी में एक स्लॉट
बना होता है जो फ्लॉपी
ड्राइव के साथ होता
है. फ्लॉपी ड्राइव का प्रयोग
फ्लॉपी डिस्क से डाटा
पढ़ने या उसपर डाटा
स्टोर करने के लिए
होता है.
Real Panel के Part
यदि
आप अपने PC के सिस्टम
यूनिट के Rearअथार्थ पिछले
भाग को देखेंगे तो आप पाएंगे कि हमें अलग-अलग
केबल के साथ कुछ Hole एवं Slots बने
हुए हैं.
मॉनिटर के लिए Video Port:- यह एक सॉकेट
है जो मॉनिटर को सिस्टम
यूनिट से जोड़ने के लिए
इस्तेमाल किया जाता है.
Keyboard:- इसका
प्रयोग Keyboard को सिस्टम यूनिट से जुड़ने
के लिए किया जाता
है.
पावर सॉकेट:- इस सॉकेट
में लगाए गए केबल
इलेक्ट्रिकल आउटलेट में से इलेक्ट्रिकल पावर सप्लाई को आपके
सिस्टम यूनिट तक ले जाता
है और आपके सिस्टम
यूनिट में से मॉनीटर
तक ले जाता है.
पैरेलेल,सीरियल पोर्ट या सोकेट और USB पोर्ट:- इस का प्रयोग
आपके PC की क्षमता बढ़ाने के लिए
किया जाता है उदाहरण
के तौर पर आपके
द्वारा प्रिंटर ,माउस, मोडेम उसको
जोड़ने के लिए होता
है.
सिस्टम यूनिट के अन्दर
फैन हाउसिंग :- सिस्टम यूनिट
के अंदर लगी पावर
सप्लाई में एक छोटा
सा पंखा लगा होता
है. जो गर्मी को मशीन
से बहार निकालता है.
सिस्टम यूनिट:- सिस्टम
यूनिट के भीतर इलेक्ट्रिकल कॉन्पोनेंट होते हैं जो प्रोग्राम का संचालन करते हैं. टाइप
किए गए निर्देशों को हैंडल
करते हैं. एव रिजल्ट
निर्धारित करते हैं.
मदर बोर्ड:-में एक सिस्टम
में सभी इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेटस एक फाइबर क्लास के टुकड़े
पर लगे होते हैं. जिसे
मदरबोर्ड कहा जाता है फाइबर
ग्लास का इसका प्रयोग
किया जाता है क्योंकि यह इलेक्ट्रिसिटी का कुचालक
है.
रेमचिप:- रेम चिप
काले प्लास्टिक के सर्किट IC लगे
होते हैं जिसके दोनों
और पिनो की कतार
होती है. उन्हें या तो इंसर्ट
किया जाता है या सीधे
प्रिंटेड सर्किट बोर्ड पर ही सोल्डर
कर दिया जाता है.
रोम:- रोम चिप
जेसे BIOS में वह डाटा होता
है. तो इसे बनाने समय
ही उस पर लिख
दिया जाता है. इसमें कई महत्वपूर्ण निर्देश स्टोर होते हैं.
माइक्रोप्रोसेसर:- एक माइक्रो प्रोसेसर सभी प्रोग्राम निर्देशों का पालन करता है यह वास्तव
में यह
पर्सनल Computer का दिल होता है इसमें
एक सिलिकॉन चिप होता
है जिस पर एक फोटो
केमिकल प्रक्रिया द्वारा
छोटे-छोटे सर्किट बनाए गए होते
हैं.
इनपुट/आउटपुट इंटरफ़ेस कार्ड:- इनपुट आउटपुट
इंटरफ़ेस कार्ड ,इनपुट आउटपुट
डिवाइस जैसे प्रिंटर या मोडेम
के लिए होता है जिसमें
आम तौर पर एक या दो पैरलल
पोर्ट होते हैं और एक या दो सीरियल
पोर्ट होते हैं और एक जॉय
स्टिक पोर्ट होता है.
निष्कर्ष
कुल 10 वेब
ब्राउज़र है जिसका इस्तेमाल आप Fast Internet Browser के तौर
पर कर सकते है. इन सब में
सबसे ज्यादा Chrome और Firefox वेब Browser
का इस्तेमाल होता
है. अगर आपके सिस्टम में
यह ब्राउज़र fBd से काम
नही करता है तो आप दुसरे
वेब ब्राउज़र का भी इस्तेमाल कर सकते है
Computer Basic Course में क्या क्या होता है
अगर
कंप्यूटर के बेसिक कोर्स
की बात करें तो इसमें
कंप्यूटर को ऑपरेट करने
के बारे बताया जाता
है और कंप्यूटर के कुछ
बेसिक सॉफ्टवेयर के बारे
में आपको जानकारी दी जाती
है जिससे कि आप एक सामान्य कंप्यूटर ऑपरेटर बन सकते
हैं बेसिक कंप्यूटर में
आपको कौन-कौन सी जानकारी दी जाती है इसकी
सूची नीचे दी गई है
कंप्यूटर ऑपरेट करना
कंप्यूटर को ऑपरेट करना एक बड़ा
काम है लेकिन बेसिक
कोर्स में आपको सिर्फ
कंप्यूटर को ऑन/ऑफ करना
बताया जाता है और कहां
से कौन सा सॉफ्टवेयर आप ओपन कर सकते
हैं और कहां पर इसके
कौन से सॉफ्टवेयर है या कंप्यूटर में कोई नया सॉफ्टवेयर कैसे इनस्टॉल करते हैं
और कैसे पुराना सॉफ्टवेयर डिलीट करते हैं यह बताया
जाता है.
Notepad
किसी
भी कंप्यूटर का सबसे
सामान्य सॉफ्टवेयर नोटपैड
होता है. यह सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के साथ में
ही आता है इसे
बाहर से इंस्टॉल करने
की जरूरत नहीं पड़ती, इसमें
हम कुछ भी टाइप
कर सकते हैं अगर
मान लीजिए आपने कोई
जानकारी लिखकर सेव करनी
है. तो आप उसे नोटपैड
में लिखकर सेव कर सकते
हैं. इसमें हमें कुछ सामान्य ऑप्शन मिलते हैं जैसे
की फाइल को ओपन
करना, फाइल को सेव करना
या नई फाइल बनाना. तो सबसे
पहले कंप्यूटर में
इसी सॉफ्टवेयर के बारे
में आपको बताया जाएगा.
Wordpad
यह सॉफ्टवेयर नोटपैड से थोड़ा सा Advance होता
है इसमें हमें कुछ
ऑप्शन ज्यादा मिलते हैं. जिससे
कि हम जो भी लिखते
हैं उसे और अच्छे
से लिख सकते हैं
और यह सॉफ्टवेयर भी कंप्यूटर के साथ में ही आता
है और इसी का एडवांस
वर्जन MS Word हम इंस्टॉल कर सकते
हैं लेकिन उससे पहले
हमें इस सॉफ्टवेयर को चलाना
सीखना पड़ता है. इसमें हमें
सीखने को काफी चीजें
मिलती है इसमें हम नॉर्मल
Text लिख सकते हैं. उसी के साथ
उन Text पर अलग-अलग स्टाइल
लगा सकते हैं . उन्हें दाईं
तरफ या बाई तरफ
या बीच में लगा
सकते हैं. ऐसे ही कुछ
और भी फीचर इस सॉफ्टवेयर में देखने को मिलते
हैं.
Paint
इस सॉफ्टवेयर को इस्तेमाल करना
बहुत ही आसान है. इसमें
हम तरह-तरह की ड्रॉइंग कर सकते हैं. इसमें हमें
कुछ Shape दी हुई होती है जैसे
की आयताकार, वर्गाकार या गोलाकार इन सभी की मदद
से हम कुछ भी बना
सकते हैं और उसमें
रंग भी भर सकते
हैं और अगर हम कुछ
भी फ्री हैंड बनाना
चाहे तो इसमें हमें
पेंसिल भी मिलती है और उसे
वापस मिटाने के लिए
इसके अंदर हमें रब्बर
भी मिलता है. तो ऐसे
ही कुछ और भी फीचर
इस सॉफ्टवेयर में
हमें मिलते हैं और इसका
इस्तेमाल फोटो को एडिट
करने के लिए भी किया
जा सकता है.
यह तो बात
हो गई बेसिक सॉफ्टवेयर की और बेसिक कोर्स
की अगर आप एडवांस
कोर्स करते हैं तो उसमें
आपको कुछ और सॉफ्टवेयर सिखाए जाते हैं और इंटरनेट के बारे में भी आपको
जानकारी दी जाती है जिस
की सूची नीचे दी गई है.
MS Office
सभी
ऑफिस के कामों में
सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने
वाला सॉफ्टवेयर यही
है इसका पूरा नाम
माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस है और यह माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का है. MS ऑफिस कोई
एक सॉफ्टवेयर नहीं
है बल्कि यह एक सॉफ्टवेयर का पैक है जिसके
अंदर हमें और भी काफी
सॉफ्टवेयर मिलते हैं और एडवांस
कंप्यूटर कोर्स में हमें
इन सभी सॉफ्टवेयर के बारे
में जानकारी दी जाती
है.
1.
Microsoft Word
2.
Microsoft Excel
3.
Microsoft PowerPoint
4.
Microsoft Outlook
इस पैक
में हमें काफी सॉफ्टवेयर मिलते हैं. लेकिन ऊपर
आपको जो 4 सॉफ्टवेयर बताए
गए हैं यह सबसे
पॉपुलर है और एडवांस
कोर्स में आपको इन्हीं
के बारे में ज्यादा
जानकारी दी जाती है.
Internet
एडवांस
कोर्स में आपको इंटरनेट के बारे में जानकारी दी जाती है कि कैसे
आप इंटरनेट से कोई
भी फाइल डाउनलोड कर सकते
हैं और कैसे कोई
फ़ाइल अपलोड कर सकते
हैं.
ईमेल अकाउंट कैसे बनाते है . किसी के पास ईमेल कैसे भेज सकते है . इसके
अलावा आपको ऑनलाइन इंटरनेट से रिजल्ट देखना सिखाया
जाता है . ऑनलाइन सरकारी
नौकरी के फॉर्म कैसे
भरते हैं यह सिखाया
जाता है और दूसरे
किसी भी तरह के फॉर्म
कैसे आप पढ़ सकते
हैं वह सभी जानकारी आपको इंटरनेट के कोर्स
में करवाई जाती है.
तो यह सभी
सॉफ्टवेयर और यह जानकारी आपको कंप्यूटर के बेसिक
कोर्स में देखने को मिलती
है अगर आप कोई
कॉलेज से कोर्स नहीं करना चाहते
तो आप को कम से कम यह बेसिक
कोर्स करना बहुत ही जरुरी
है और आप इस तरह
के कोर्स की मदद
से ही कहीं पर नौकरी
लग सकते हैं और अच्छी
नौकरी पाने के लिए
आपको कोई ना कोई
बड़ा कंप्यूटर का कोर्स
करना पड़ेगा
Connected Wi Fi का Password कैसे देखे
ज्यादातर लोग अपने कंप्यूटर में इंटरनेट अपने मोबाइल से वाईफाई Hotspot से कैसे चलाते हैं या अपने मोबाइल में किसी और के वाईफाई हॉटस्पॉट से चलाते हैं। एक बार पासवर्ड सेव करने के बाद हम बार-बार इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं तो इसकी वजह से हम पासवर्ड भूल भी जाते हैं तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप जो आपके मोबाइल में जो वाईफाई पासवर्ड से हुआ है उसको आप कैसे देख सकते हैं और उसका कैसे पता लगा सकते हैं ताकि आप बार बार उसको कनेक्ट कर सकें। वाईफाई का पासवर्ड पता करना बहुत ही आसान है बस उसके हमें प्रोसेस पता होनी चाहिए कि इसको कैसे Findout किया जाता है।
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