कर्ज उनका न चुका पायेंगे
कितना कठिन होता है --
उन कदमों को लड़खड़ाते हुए देखना ,
जिन्होंने हमें मजबूती से खड़े होना सिखाया
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कितना कठिन होता है --
उन हाथों को कंपकंपाते हुए देखना ,
जिन्होंने हमें उंगली पकड़ कर चलना सिखाया
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कितना कठिन होता है --
उन होठों को थरथराते हुए देखना ,
जिन्होंने हमें बड़े जतन से बोलना सिखाया
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कितना कठिन होता है --
उस लेखनी को अस्पष्ट लिखते देखना ,
जिन्होंने हमें धैर्य से अक्षर - ज्ञान कराया
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हमारे जन्मदाता थे वे , प्रथम ज्ञान प्रदाता थे
वे ,
कर्ज उनका न चुका पायेंगे कभी धरती पर हमारे
विधाता थे वे |
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