Thursday 28 March 2013

Sumannow सफ़र ज़िन्दगी का

 
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" सफ़र ज़िन्दगी का "
ज़िन्दगी शब है ,

पतझड़ है ,

दर्द की शहनाई है |

ग़र एक भी लम्हा जो मिले--

भोर का ,

बहार का ,

तबस्सुम का |

उसे अपने आंचल में सँजो लो --

जतन से ,

करम से ,

उमंग से |

तब जीने का बहाना ,

हमें फ़िर मिलेगा |

मौज़ों में कटेगा ,

सफ़र ज़िन्दगी का |

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