अवसरवादी संक्रमण क्या है
कुछ एच. आई. वी. संक्रमित लोग 7 से 10 साल या उससे भी अधिक वर्षों तक बिना एड्स से प्रभावित हुए रह सकते हैं, खास कर जब वे एन्टीरिट्रोवाईरल ले रहें हों.
किसी
भी व्यक्ति के
एच.आई.वी.
संक्रमित होने के बाद
उसके शरीर में
जैसे-जैसे वायरस
की संख्या बढती
जाती है वैसे
हीं रोग प्रतिरोधक क्षमता
घटने लगती है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता
के घटने से
व्यक्ति बार-बार बीमार
पडने लगता है
हलांकि कुछ उपचार
के बाद ठीक
भी हो जाता
है. इस अवस्था
को "अवसरवादी संक्रमण" कहा जाता है
और माना जाता
है कि व्यक्ति को
एड्स हो गया
है.
संक्रमण के बाद एड्स की अवस्था तक पहुंचने में अलग -अलग व्यक्ति को अलग अलग समय लग सकता है. यह सामान्यतः उसके स्वास्थ के स्तर ,उम्र, खान-पान, रहन-सहन तथा आस पास के वातावरण पर निर्भर करता है.कुछ एच. आई. वी. संक्रमित लोग 7 से 10 साल या उससे भी अधिक वर्षों तक बिना एड्स से प्रभावित हुए रह सकते हैं, खास कर जब वे एन्टीरिट्रोवाईरल ले रहें हों.
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