एच.आई.वी. संक्रमण को कैसे रोक सकते हैः
एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संभोग करने या उसके संक्रमित रक्त का किसी तरह से स्वस्थ व्यक्ति के रक्त से मिल जाने से एच. आई. वी संक्रमण का खतरा काफी बढ जाता है. इसलिए इस संक्रमण से रोकथाम के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान दिया जाना चाहिए.
एक हीं असंक्रमित भरोसेमंद साथी के साथ संभोग करें क्योंकि एक से अधिक यौन साथी होने पर संक्रमण की संभावना उतनी ही बढ जाती है.
वैसी परिस्थिती में जहां यौन साथी के संक्रमण की स्थिती के बारे में जानकारी नहीं है कंडोम का प्रयोग हरेक संभोग के दौरान करें
गुदा मैथुन के समय संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है अतः कंडोम का प्रयोग अवश्य करें.
यौन रोगों का ईलाज अवश्य और जल्द से जल्द कराएं
हमेशा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्थानों ( ब्लड बैंक ) से हीं जांचा हुआ रक्त लें
इंजेक्शन लेते समय हर बार नई सूई का प्रयोग करें
मां से अजन्में शिशु में संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य केन्द्र से दवा व जानकारी प्राप्त करें
अगर मां को एच.आई.वी. संक्रमण हो तो प्रसव के अंतिम चरण में एन्टीरिट्रोवायरल लें
एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संभोग करने या उसके संक्रमित रक्त का किसी तरह से स्वस्थ व्यक्ति के रक्त से मिल जाने से एच. आई. वी संक्रमण का खतरा काफी बढ जाता है. इसलिए इस संक्रमण से रोकथाम के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान दिया जाना चाहिए.
एक हीं असंक्रमित भरोसेमंद साथी के साथ संभोग करें क्योंकि एक से अधिक यौन साथी होने पर संक्रमण की संभावना उतनी ही बढ जाती है.
वैसी परिस्थिती में जहां यौन साथी के संक्रमण की स्थिती के बारे में जानकारी नहीं है कंडोम का प्रयोग हरेक संभोग के दौरान करें
गुदा मैथुन के समय संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है अतः कंडोम का प्रयोग अवश्य करें.
यौन रोगों का ईलाज अवश्य और जल्द से जल्द कराएं
हमेशा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्थानों ( ब्लड बैंक ) से हीं जांचा हुआ रक्त लें
इंजेक्शन लेते समय हर बार नई सूई का प्रयोग करें
मां से अजन्में शिशु में संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य केन्द्र से दवा व जानकारी प्राप्त करें
अगर मां को एच.आई.वी. संक्रमण हो तो प्रसव के अंतिम चरण में एन्टीरिट्रोवायरल लें
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